Garhwal Ramlila most popular song
द्वारपाल प्रवेश कर गाना-:-: (दशरथ के दरबार में )
मुनी विश्वामित्र जो आये हुये हैं।।
वह द्वार पर आसन लगाये हुये हैं।।
न रौनक है मुख पर न आखों में लाली।।
वे मुर्दा सी सूरत बनाये हुए हैं।।
यह प्रतीत होता है चेहरे से उनके।।
कि गोया किसी के सताये हुए हैं।।
Saurabh rawat
Writer
गढ़वाल की परम्पराओं या इस पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये
द्वारपाल प्रवेश कर गाना-:-: (दशरथ के दरबार में )
मुनी विश्वामित्र जो आये हुये हैं।।
वह द्वार पर आसन लगाये हुये हैं।।
न रौनक है मुख पर न आखों में लाली।।
वे मुर्दा सी सूरत बनाये हुए हैं।।
यह प्रतीत होता है चेहरे से उनके।।
कि गोया किसी के सताये हुए हैं।।
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