Garhwal Ramlila most popular song
-:-:-राम, लक्ष्मण का राजसी वस्त्र उतार कर गुरूवे वस्त्र पहनना-:-:-
गाना-:-
उतारूं राज के कपड़े जो है माता तेरे मन में,
बनाऊं भेष मुनियों का रमाऊं भस्म सब तन में।
मुझे दुख है नहीं कुछ भी कि मैं वन आज जाता हूँ,
पिता जी व्यर्थ दु:ख कीना यही चिंता रही मन में,
दशरथ गाना-:-
करी क्या कर्ता ने ये उल्टी पड गई सारी।
या इक दिन हाय बनने का बिगड़ने की है अब बारी।
इधर बन राम हाय लक्ष्मण, उधर जायें सिया प्यारी।
Saurabh rawat
Writer
गढ़वाल की परम्पराओं या इस पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये
-:-:-राम, लक्ष्मण का राजसी वस्त्र उतार कर गुरूवे वस्त्र पहनना-:-:-
गाना-:-
उतारूं राज के कपड़े जो है माता तेरे मन में,
बनाऊं भेष मुनियों का रमाऊं भस्म सब तन में।
मुझे दुख है नहीं कुछ भी कि मैं वन आज जाता हूँ,
पिता जी व्यर्थ दु:ख कीना यही चिंता रही मन में,
दशरथ गाना-:-
करी क्या कर्ता ने ये उल्टी पड गई सारी।
या इक दिन हाय बनने का बिगड़ने की है अब बारी।
इधर बन राम हाय लक्ष्मण, उधर जायें सिया प्यारी।
Saurabh rawat
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